माँ षोडशी त्रिपुर सुन्दरी स्तुति ||
पंचप्रेत महाशव सिंहासन
उस पर खिले कमल दल
लाल रंग की दीप्तिमान
चतुरहस्ता त्रिलोचना
मस्तक पर राजे चंद्रमा
रत्न आभूषण धारिणी
बाला, त्रिपुरसुन्दरी, ललिता
माँ षोडशी
हाथों से देती अभय मुद्रा, वर मुद्रा
धारण किये पुस्तक और अक्षमाला
पाश, अंकुश, वाण ,धनुष
धारण करनेवाली माँ ललिता
योग-भोग एक साथ दिलानेवाली
कामेश्वरी, वज्रेशवरी, भग़ मालिनी, ललिताम्बिका
माँ षोडशी
बरबस आकर्षित करनेवाली
हर काम को पूरा करनेवाली
सदा नमन करते हैं उनका
सर्व उपास्या, तुरीया,
माँ षोडशी
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