Saturday, February 13, 2021

आरती श्री सूर्यदेव जी की


जय जय जय रविदेव, जय जय जय रविदेव।

राजनीति मदहारी शतदल जीवन दाता।

षटपद मन मुदकारी हे दिनमणि ताता।

जग के हे रविदेव, जय जय जय रविदेव।

नभमंडल के वासी ज्योति प्रकाशक देवा।

निज जनहित सुखसारी तेरी हम सब सेवा।

करते हैं रवि देव, जय जय जय रविदेव।

कनक बदनमन मोहित रुचिर प्रभा प्यारी।

हे सुरवर रविदेव, जय जय जय रविदेव।।

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