Saturday, February 13, 2021

शनिदेव जी की आरती


जय जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी |
सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी ||


जय जय जय शनि देव ||


श्याम अंग वक्र दृष्टि चतुर्भुजा धारी |
नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी ||


जय जय जय शनि देव ||


क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है लिलारी |
मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी ||


जय जय जय शनि देव ||


मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी |
लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी ||


जय जय जय शनि देव ||


देव दनुज ऋषि मुनी सुमीरत नर नारी |
विश्वनाथ धरत ध्यान शरण है तुम्हारी ||


जय जय जय शनि देव ||


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